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			 नारी विमर्श >> अस्मिता की अग्नि परीक्षा अस्मिता की अग्नि परीक्षामीनाक्षी स्वामी
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पुस्तक में बलात्कार की शिकार स्त्री की हर स्तर पर होने वाली प्रताड़ना को रेखांकित करने का प्रयास किया गया है
Ek Break Ke Baad
 
पुस्तक में बलात्कार की शिकार स्त्री की हर स्तर पर होने वाली प्रताड़ना को रेखांकित करले का प्रयास किया गया है। इसके लिए समाज के विभिन्न वर्गों का सहयोग उल्लेखलीय है। खासकर बलात्कार की शिकार स्त्रियों और उलके परिवारजनों से लंबी बातचीत पुस्तक में विशेष महत्व की है।
 
स्वातंत्योतर भारत के साठ दशकों का त्रासद यथार्थ है कि अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलनों, बहसों, नारीवादी आंदोलनों, समाजसेवी संस्थाओं और संवैधानिक, कानूनी प्रयत्नों के बावजूद स्थितियों की वीभत्सता कम होने के बदले बढ़ी ही है। इसका अभिप्राय यह नहीं कि सारे मामलों में अन्याय ही मिलता है। न्याय भी मिलता है और सहानुभूति भी, मगर पुस्तक का मकसद उस पर ध्यान आकर्षित करना है, जो गलत हो रहा है।
			
		  			
			स्वातंत्योतर भारत के साठ दशकों का त्रासद यथार्थ है कि अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलनों, बहसों, नारीवादी आंदोलनों, समाजसेवी संस्थाओं और संवैधानिक, कानूनी प्रयत्नों के बावजूद स्थितियों की वीभत्सता कम होने के बदले बढ़ी ही है। इसका अभिप्राय यह नहीं कि सारे मामलों में अन्याय ही मिलता है। न्याय भी मिलता है और सहानुभूति भी, मगर पुस्तक का मकसद उस पर ध्यान आकर्षित करना है, जो गलत हो रहा है।
						
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